पाली :- (वायरलेस न्यूज़) पाली थाना में पदस्थ उपनिरीक्षक अशोक शर्मा का प्रशासनिक दृष्टिकोड से अस्थाई तौर पर थाना पाली से थाना कटघोरा स्थानान्तण होने के फलस्वरूप पाली थाना के समस्त पुलिस स्टाप द्वारा श्री शर्मा को थाना परिसर में भावभीनी विदाई दी गई । इस अवसर पर उन्हें पुष्प गुच्छ भेट कर स्नेह स्वरूप सोने की अंगूठी ,श्रीफल शाल यादगार उपहार के रूप में आत्मीयता से प्रदान किया गया ।तथा इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन प्रधान आरक्षक अमर सिंह द्वारा तथा आभार प्रदर्शन प्रधान आरक्षक अश्विनी निरंकारी द्वारा किया गया। उपनिरीक्षक शर्मा थाना पाली में अपने 15 माह के कार्यकाल पूर्ण किये इस दौरान उनके द्वारा ग्राम पुटा में छेड़खानी की घटना उपरांत मृतक की पिटाई कर उसे भरे समाज में दंडित करने के कारण मृतक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने पर उसकी सूचना थाने में नहीं देना आनन-फानन में मृतक पक्ष पर दबाव डालकर कुछ जनप्रतिनिधियों एवं समाज के महत्वपूर्ण लोगों द्वारा शव का गोपनीय रूप से दाह संस्कार करने की सूचना पर मौके पर जाकर अस्थि एवं राख को जलती चिता से बुजवाकर जप्त कर मामले में विवेचना कर 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजे थे। इसी प्रकार नगर पंचायत पाली तथा ग्राम पंचायतों के चुनाव में भी निष्ठा पूर्वक लगन से लगातार सघन पेट्रोलिंग कर शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने में अहम योगदान भी दिए थे। तथा ग्राम डूमरकछार एवं पोड़ी के मुख्य रोड में स्थित दुकानों में हुये सेंधमारी की घटना में अज्ञात आरोपियों को पकड़कर सभी चोरी गये समानो को बरामद किये।तथा इस उक्त कार्यों के अतिरिक्त लॉकडाउन के दौरान स्वंम एवं स्टाप का जान जोखिम में डाल कर आम लोंगो के जनजीवन के सुरक्षा के दायित्वों का भी सफलतापूर्वक निर्वहन किया गया साथ ही भीषण गर्मी में मेन रोड स्थित स्टेट बैंक के सामने स्वंम के द्वारा पियाऊ की व्यवस्था कर मानवता का भी परिचिय दिया गया। तथा दीगर राज्यों से अपने घर लौट रहे यात्रियों एवं राहगीरों को करीब 2 माह तक निशुल्क चाय, बिस्किट, एवं भोजन का भी प्रबंध कर अनुकरणीय मानवता का परिचय दिए थे इसी प्रकार रक्षाबंधन के दौरान स्वयं अपने परिवार के मध्य त्योहार मनाने हेतु नहीं जाकर राष्ट्रपिता के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले सबसे गरीब अंतिम पंक्ति के महिला एवं बच्चियों के बीच जाकर सुरक्षा एवं सहयोग का वचन दिये थे। तथा उन्हें भेंट स्वरूप कपड़ों को देते हुए उनके रक्षा का भी प्रतिबंधिता स्वीकार किये थे । तथा ग्राम पंचायत चैतमा के वार्ड सौतापारा का नामकरण गांधीनगर वार्ड रखे जाने के कार्यक्रम में मुख्य आसन्दी के तौर पर ग्रामीणों के बीच पहुंच कर गरीब महिलाओं को भेंट स्वरूप साड़ियां भी प्रदान किये थे। तथा जनमानस में पुलिस एवं जनता के बीच आपसी समन्वय का परिचय दिये थे।व ग्राम बक्साही के प्रेमसिंह द्वारा होली के समय शराब पीकर अपनी पत्नी की गई निस्संश हत्या को भी उजागर कर आरोपी को सलाखों के पीछे भेज कर इस प्रकार विस्मित हत्या का पर्दाफाश भी किए थे इस प्रकार उपनिरीक्षक श्री शर्मा द्वारा अपने विभागीय दायित्वों को लगन से पूर्ण करते हुए शांति सुरक्षा एवं समय-समय पर मानवता का स्पष्ट परिचय दिया गया था। परंतु पाली के कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा उक्त सभीअनुकरणीय कार्यो को कभी भी प्रोत्साहन के स्वरूप जनमानस में प्रचार- प्रसार नहीं कर कुंठित विचारधारा के अनुरूप भ्रामक एवं कुटिलता पूर्वक समाचारों का प्रकाशन करते रहे और श्रीशर्मा जी के स्वच्छ तथा निष्पक्ष न्यायप्रिय दबंग छवि को लगातार कुठाराघात करने का भी कुत्सित प्रयास करते रहे उनके प्रशासनिक स्थानांतरण से कुछ असामाजिक स्वार्थी तथा विघ्नसँतोषी तत्वों एवं अपराधिक गतिविधियों में संलिप्ता वालों की बाछे खिल गई हैं तथा अपने मनसूबे को अब स्वतंत्र रूप से एवं स्वार्थ का उपयोग करने हेतु उत्साहित नजर आ रहे हैं निश्चित ही श्री शर्मा द्वारा उन्हीं तत्वों के ऊपर अंकुश एवं नियंत्रण से वे बौखलाये हुए थे जो अब स्वतंत्र रूप से दुसित गहरी सांसे लेने के प्रयास में हैं। अब देखना यह है कि वर्तमान थाना प्रभारी निरीक्षक उन पर अंकुश लगा सकते है कि नहीँ।    विदाई समारोह में पाली थाना प्रभारी लीलाधर राठौर,ए एस आई पुष्पक सिंह ठाकुर, प्रधान आरक्षक जवाहर सिंह, अमर सिंह , हिरावन सिंह,  अश्वनी निरंकारी, प्रवीण नारडे , आरक्षक नरेंद्र पाटनवार, मदन जायसवाल, तेज प्रकाश, हिमांचल सिंह, संजय सिंह, संजय साहू, राजेश राठौर, अनिल कुर्रे, शैलेंद्र तंवर, आनन्द पुरैना, इंद्रदेव कंवर, अनिता जगत, नारायण कश्यप, चंद्रशेखर, नीलेश दिनकर, संदीप टंडन, थे।